एक शाेधकर्ता काे तथ्यपरक शाेध पर देना चाहिए ध्यान - प्राेफेसर रमाशंकर ,नेहरू ग्राम भारती मानित विश्वविद्यालय, प्रयागराज !
एनजीबीयू में एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला सम्पन्न
नेहरू ग्राम भारती मानित विश्वविद्यालय, प्रयागराज में बृहस्पतिवार को समाजशास्त्र विभाग एवं शिक्षक-शिक्षा संकाय के संयुक्त तत्वावधान में एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय शोध कार्यशाला "रिसेन्ट ट्रेंड्स ऑन रिसर्च मेथडलॉजीस एण्ड कम्युनिकेशन स्किल" का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला काे देश -विदेश के शोध प्रविधि विशेषज्ञाें ने सम्बाेधित किया। कार्यशाला में कुलपति प्रोफेसर संजय श्रीवास्तव ने अपने अध्यक्षीय उद्बाेधन में शोध-प्रविधि और शाेध डिजाइन के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की। काशी विद्यापीठ के समाजशास्त्र विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर रामाशंकर त्रिपाठी ने अपने वक्तव्य में आलोचनात्मक पद्धति से तथ्यपरक अनुसंधान पर विशेष ध्यान देने की बात कही डॉ० अविनाश पांडे ने रिसर्च मेथाडोलॉजी पर चर्चा करते हुए कहा कि सामाजिक विचारों के गुण दोष की समीक्षा के उपरांत सकारात्मक प्रगतिशील एवं समन्वयवादी विचारों की आधारशिला पर अनुसंधान का भव्य महल निर्मित किया जा सकता है। डॉ आशुतोष पांडे ने शोध कार्य में डेटा संग्रह की तकनीकों में उपकरण पर चर्चा की। सर्वप्रथम मॉ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। कुलाधिपति श्री जे०एन० मिश्र ने कार्यक्रम के प्रारम्भ में वर्चुअल जुड़कर अपने आशीर्वचनों द्वारा कार्यक्रम के लिए बधाई व शुभकामनाएँ प्रेषित की। कार्यशाला काे प्रति कुलपति डॉ० एस०सी० तिवारी, हयांग विश्वविद्यालय दक्षिणी कोरिया डिपार्टमेंट ऑफ केमिकल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर दिनेश कुमार मिश्र, फार्मर रिसर्च दाहिरवार विश्वविद्यालय इथोपिया के यतींद्र कुमार तथा कुलसचिव श्री आर०एल० विश्वकर्मा ने भी सम्बाेधित किया। कार्यशाला का संचालन डॉ० आदिनाथ ने तथा संयाेजन डॉ० संतेश्वर मिश्रा, डॉ० पूजा तिवारी, प्राेफेसर के के तिवारी, श्री राजेश कुमार त्रिपाठी ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में शाेधार्थी, शिक्षकगण एवं छात्र-छात्राएं माैजूद रहे।
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