गैर सनातनियों के प्रवेश निषेध पर गरजे ज्योतिष्पीठ शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती जी महाराज! बोले अगर ऐसा हुआ तो महाकुंभ- 2025 सनातनियों के लिए इस बार रहेगा ऐतिहासिक!
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- Updated: 26 October, 2024 11:41
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प्रयागराज। आज सनातन धर्म में प्रगाढ़ आस्था और निष्ठा रखने वाले लोगों की कमी है, यदि सनातन धर्म हजारों साल से है तो कुछ ऐसे लोगों के कारण है जो लोग वास्तव में सनातन धर्म के लिए समर्पित है, सनातन धर्म को मजबूत करने के लिए वास्तव में कुछ लोग धर्म के ठेकेदार बनकर बैठे हैं जो अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए तत्पर है जो लोग जिस जगह पर बैठने के अधिकारी नहीं है उस जगह पर बैठकर के वह केवल मात्र अपनी राजनीतिक स्वार्थ की सिद्धि कर रहे हैं, वास्तव में सनातन धर्म ऐसा धर्म है जो सृष्टि में अनंत काल से विद्यमान है जिसका लय सृष्टि के विनाश होने पर भी नहीं होता सृष्टि और संहार सनातन की ही प्रक्रिया है ऐसे सनातन धर्म की रक्षा के लिए हम सभी को तत्पर रहना चाहिए, अन्य ज्वलंत मुद्दों पर बिलकुल साफ शब्दों में स्वामी जी ने कहा कि माँ गंगा का तट हम सभी सनातनियों के लिए धर्म सापेक्ष है धर्म निरपेक्ष नहीं अतः किसी भी गैर सनातनी को कल्पवासी क्षेत्र में शिविर नहीं लगाने देना चाहिए अगर ऐसा हुआ तो अबकी बार का महाकुम्भ ऐतिहासिक होगा और आपका सनातन सनातन रक्षा संघ ऐसा करता है व प्रत्येक सनातनी को मजबूत करने के लिए यदि खड़ा है तो मेरा आशीर्वाद आपके साथ है!
उक्त उद्गार ज्योतिष पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती जी महाराज के आशीर्वाद स्वरुप राष्ट्रीय अध्यक्ष सनातन रक्षा संघ स्वतंत्र कुमार शुक्ल याज्ञवल्क्य को आज अलोपीबाग प्रयागराज में महाराज जी के आश्रम में मिला!
शंकराचार्य जी का विशेष वक्तव्य इस बात के लिए बहुत विशेष रहा उनका कहना था कि यह ऐतिहासिक महाकुंभ 2024 केवल सनातनियों के लिए ही रहे इसी विषय पर सभी सनातनियों को एकजुट होकर के केंद्रित होकर के इसको सफल बनाने पर ध्यान देना चाहिए!
ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती जी का आशीर्वाद प्राप्त करते हुए, राष्ट्रीय अध्यक्ष सनातन रक्षा संघ स्वतंत्र कुमार शुक्ल"याज्ञवल्क्य"
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